शोभना शर्मा। राजस्थान के बूंदी जिले में बिजली विभाग के खिलाफ हुए प्रदर्शन के मामले में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। बुधवार को 15 कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बूंदी कोर्ट में सरेंडर किया। इन सभी पर सरकारी काम में बाधा डालने और मारपीट का आरोप है। इस मामले में पूर्व मंत्री और हिंडोली से कांग्रेस विधायक अशोक चांदना समेत कुल 42 लोगों को आरोपी बनाया गया था। कोतवाली थाना पुलिस लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही थी, जिसके चलते 15 कार्यकर्ताओं ने पुलिस से बचने के लिए सीधे सीजेएम कोर्ट पहुंचकर सरेंडर किया। पुलिस ने सरेंडर करने वाले कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर कागजी कार्रवाई के बाद कोर्ट में पेश किया।
16 दिसंबर को अशोक चांदना के नेतृत्व में हुआ था प्रदर्शन
यह मामला 16 दिसंबर का है, जब अशोक चांदना के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बूंदी जिले में विद्युत विभाग द्वारा बिजली चोरी पर भरी गई वीसीआर (विधुत चोरी प्रकरण) के खिलाफ प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए थे। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने पीजी कॉलेज के पास बैरिकेड्स लगाकर रोकने की कोशिश की थी।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैरिकेट्स तोड़ने की कोशिश की, जिससे महिला पुलिसकर्मी नीचे गिर गईं और उन्हें चोटें आईं। इसके बाद पुलिस ने कार्यकर्ताओं को खदेड़ा और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अशोक चांदना समेत कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया।
42 आरोपियों में से 30 गिरफ्तार
इस मामले में पुलिस ने 42 लोगों को आरोपी बनाया, जिनमें एक दर्जन जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं। अब तक 30 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस ने 16 दिसंबर के प्रदर्शन के तुरंत बाद से ही कार्रवाई शुरू कर दी थी। इनमें से एक दर्जन आरोपियों को पहले ही कोर्ट में पेश कर जेल भेजा जा चुका है। हालांकि, बाद में उन्हें जमानत मिल गई।
सीआईडी-सीबी कर रही जांच
पूर्व मंत्री अशोक चांदना के खिलाफ दर्ज मामले की जांच जयपुर सीआईडी-सीबी कर रही है। सीआईडी-सीबी की टीम ने बूंदी में घटनास्थल का दौरा किया और प्रदर्शन के दौरान बनाए गए वीडियो की जांच की। साथ ही, स्थानीय पुलिस अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है।
प्रदर्शन की अनुमति नहीं थी
सूत्रों के अनुसार, 16 दिसंबर को प्रदर्शन के लिए प्रशासन की ओर से अनुमति नहीं दी गई थी। इसके बावजूद अशोक चांदना ने सदर थाना क्षेत्र के एक निजी रिसॉर्ट में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जमा किया। वहां से प्रदर्शनकारियों ने कोतवाली थाना क्षेत्र तक मार्च किया। पुलिस ने दोनों थानों में अलग-अलग मामले दर्ज किए।
पुलिस की सख्ती के बीच कार्यकर्ताओं में खलबली
पुलिस की सख्ती और लगातार गिरफ्तारी की कोशिशों के बीच कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खलबली मच गई। जिन कार्यकर्ताओं पर गिरफ्तारी का खतरा मंडरा रहा था, उन्होंने कोर्ट का रुख कर सरेंडर करना बेहतर समझा। कोर्ट में सरेंडर करने के बाद सभी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।