शोभना शर्मा, अजमेर। राजस्थान के अजमेर शहर की बिजली व्यवस्था में जल्द ही ऐतिहासिक सुधार देखने को मिलेगा। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की घोषणा के अनुरूप, अजमेर जिले के हाथी भाटा क्षेत्र में 132 केवी गैस आधारित जीएसएस (गैस इन्सुलेटेड सब स्टेशन) की स्थापना की जा रही है। इस परियोजना के लिए 147 करोड़ रुपये की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी कर दी गई है।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के प्रयासों से इस जीएसएस की स्वीकृति को अंतिम रूप मिला है। राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड ने इस परियोजना से संबंधित सभी आदेश जारी कर दिए हैं। जल्द ही निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।
क्यों महत्वपूर्ण है यह जीएसएस?
फिलहाल अजमेर की बिजली आपूर्ति शहर के बाहरी क्षेत्रों में स्थित विभिन्न जीएसएस के माध्यम से होती है। जिससे तकनीकी खराबियों, फॉल्ट और मॉनिटरिंग में समय लगता है। हाथी भाटा में बनने वाला यह नया गैस आधारित जीएसएस शहर के मध्य स्थित होगा, जिससे न केवल विद्युत आपूर्ति में तेजी आएगी, बल्कि मॉनिटरिंग और मरम्मत कार्य भी सुगमता से हो सकेंगे।
यह नया जीएसएस आधुनिक तकनीक से लैस होगा और आकार में छोटा होने के कारण कम जगह घेरते हुए भी अधिक क्षमता प्रदान करेगा। इसके जरिए नया कलेक्ट्रेट भवन, नया अस्पताल परिसर और अन्य सार्वजनिक सुविधाओं को केंद्र से ही बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
बिजली गुणवत्ता में होगा सुधार
गैस इन्सुलेटेड तकनीक के कारण बिजली की गुणवत्ता बेहतर होगी और फॉल्ट की संभावना भी कम रहेगी। शहरवासियों को अधिक स्थिर और निर्बाध विद्युत आपूर्ति मिलेगी, जिससे घरेलू, व्यावसायिक और सरकारी गतिविधियों में सुविधा होगी।