मनीषा शर्मा। कोटा में एक बड़ा मगरमच्छ रिहायशी कॉलोनी में घुसने से हड़कंप मच गया। यह घटना गुमानपुरा थाना क्षेत्र की वल्लभबाड़ी कॉलोनी में रविवार सुबह 9:30 बजे घटी। करीब 10 फीट लंबा यह मगरमच्छ एक मंदिर के पास स्थित नाले में कीचड़ में छिपा बैठा था। उसका सिर बाहर निकला हुआ था, और वह शिकार की तलाश में था। मंदिर के पुजारी पवन दाधीच ने मगरमच्छ को सबसे पहले देखा और तुरंत शोर मचाकर लोगों को सतर्क किया। उन्होंने स्थानीय पार्षद और वन विभाग को सूचना दी, जिसके बाद बचाव कार्य शुरू हुआ।
1 घंटे की मशक्कत के बाद मगरमच्छ को पकड़ा
वार्ड-7 के पार्षद ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि जैसे ही उन्हें पुजारी से सूचना मिली, उन्होंने तुरंत वन विभाग और गुमानपुरा पुलिस को जानकारी दी। मौके पर पहुंचकर उन्होंने 15 सफाईकर्मियों को बुलाया ताकि मगरमच्छ को सुरक्षित निकाला जा सके। करीब 1 घंटे की मेहनत के बाद वन विभाग के 4 कर्मचारियों और 4 सफाईकर्मियों ने मिलकर रस्सियों की मदद से मगरमच्छ को बाहर निकाला। इसके बाद उसे चंबल नदी में छोड़ दिया गया।
नहर के जरिए नाले में पहुंचा मगरमच्छ
वन विभाग के कर्मचारी वीरेंद्र सिंह के अनुसार, यह मगरमच्छ पास के सागर तालाब से नहर के जरिए होते हुए नाले में पहुंच गया था। वल्लभबाड़ी का नाला काफी गहरा और चौड़ा है, और इसके पास से ही नहर भी गुजरती है। मगरमच्छ आसपास घूम रही बिल्लियों और सूअरों का शिकार करने की फिराक में था। इससे पहले भी इस इलाके में मगरमच्छों के आने की घटनाएं हो चुकी हैं।
स्थानीय लोगों में डर, वन विभाग ने दी सतर्कता बरतने की सलाह
इस घटना के बाद स्थानीय निवासियों में डर का माहौल बन गया। हालांकि, वन विभाग ने आश्वस्त किया है कि मगरमच्छ को सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया गया है और लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। वन विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि यदि उन्हें कहीं मगरमच्छ दिखे, तो तुरंत अधिकारियों को सूचना दें और स्वयं किसी भी प्रकार की कार्रवाई करने से बचें।